POEMS BY MANOJ KAYAL
सुबह की अजान पे
खुली जब आँख
आया तेरा ही ख्याल
रहे सलामत मेरा प्यार
खुदा मेरे मेरी ये दुआ
तुम कुबूल फरमाना
मेरे महबूब को
मेरे दिल के पास ही रखना
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