POEMS BY MANOJ KAYAL
कितनी प्यारी थी वो छोटी सी मुलाक़ात
चाँदनी रात में नहाई हुई थी रात
झील मिल करते सितारों के साथ
बैठे थे हम तुम डाले हाथों में हाथ
एक दूजे को निहारते हुए
गुजर गयी वो खुबसूरत रात
आज भी जब ढलती है चाँदनी रात
याद आ जाती है
गुजरी हुई वो हसीन रात
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