POEMS BY MANOJ KAYAL
संग संग , मेरा तेरा संग
सदा बना रहे , तेरा मेरा संग
संग संग बीता बचपन
संग संग चली दोस्ती हमारी
संग संग बीते अब जीवन
कहना है यही मेरे यार
डाले हाथों में हाथ
संग तेरा मेरा बना रहे
ह़र जन्म साथ साथ
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