POEMS BY MANOJ KAYAL
छोटी सी कागज़ की नाव
पानी की लहरों पे अटखेलिया कर
मन को लुभा रही नाव
बहते बहते गिल्ली हो
पानी में समा गई नाव
हर्षित मन डूब गया
देख प्यारी नाव का ये हाल
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