Monday, July 19, 2010

रूह

जिस्म से रूह तक काँप उठी

उनकी जो कोई खबर ना आयी

दुआ खुदा से करते रहे

मन्नते सारी सारी रात मांगते रहे

वो हो सलामत

खबर बस ये हमको मिल जाये

चैन दिल को आ जाये

सकून रूह को मिल जाये

पूजा उन्हें खुदा से ज्यादा

समर्पण कर दिया

उनके नाम जीवन ये सारा

आराधना में उनकी

लुटा दिया प्रेम रस सारा

खबर उनकी ना आये जब कोई

काँप जाती है जिस्म से रूह तक सारी

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