Friday, June 25, 2010

लहुलुहान

रक्त रंजित हो गयी माट्टी

रणभूमि में लहुलुहान हो

गिरा जब वीर जवान

वेदना से कहराये जवान

सुनके करुना भरी चीत्कार

अश्रु बह आये नयनों के द्वार

हो गयी आँखे भी लाल

माट्टी और आँखे दोनों हो गयी लहुलुहान

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