ओ मौला मेरे
मुझको मेरी जात बता दे
हिन्दू या मुसल्मा
ये मुझको बता दे
कैसे पुकारू तुझको
राम या खुदा
ये मुझको बता दे
हो सके तो कर दे बस इतना सा
इंसा मुझको रहने दे दे
कर कुछ ऐसा
ह़र मजहब में देखे तेरा एक सा ही चेहरा
मिट जाये दिलों से दूरियाँ
ओ मेरे रबा
मुझ पर इतनी दया कर दे
मुझको मेरी जात बता दे
No comments:
Post a Comment