अनमोल होती है बेटियाँ
पर समाज की उनके पैरों में
पड़ी होती है बेड़िया
जन्म लिया जिस द्वारे
छोड़ जाना पड़े उसी द्वारे
ह़र रस्म निभाती है बेटियाँ
कभी बेटी बन, कभी बहन बन
कभी पत्नी बन , कभी माँ बन
एक ही जन्म में
कितने जन्म लेती है बेटियाँ
पर दुःख उसका कोई समझे नहीं
प्रसव पीड़ा कोई जाने नहीं
फिर भी वंश बढाती है बेटियाँ
ममता ओर त्याग की मूरत होती है बेटियाँ
कुदरत की सबसे हसीन रचना है बेटियाँ
सच यही है
दुनिया में सबसे अनमोल होती है बेटियाँ
No comments:
Post a Comment