चूहा था बड़ा उत्पाती
करता था बड़ी शैतानी
खा जाता था किताब कापी
पकड़ में आता नहीं था
बात वो मानता नहीं था
आखिर बच्चे हो परेशान
ले आये काली बिल्ली पहलवान
देख के बिल्ली भीमकाय
डर गया चूहा शैतान
हो गया दुर्भर बिल से निकलना
पहरे पे बैठी रहती बिल्ली रानी
गुहार लगाई चूहे ने
बच्चों कर दो मुझको माफ़
छोड़ घर तुम्हारा
दूर कहीं चला जाऊँगा
उत्पात अब ना कभी करूँगा
बच्चों ने कर दिया उसे माफ़
चूहा चला गया चुपचाप
करता था बड़ी शैतानी
खा जाता था किताब कापी
पकड़ में आता नहीं था
बात वो मानता नहीं था
आखिर बच्चे हो परेशान
ले आये काली बिल्ली पहलवान
देख के बिल्ली भीमकाय
डर गया चूहा शैतान
हो गया दुर्भर बिल से निकलना
पहरे पे बैठी रहती बिल्ली रानी
गुहार लगाई चूहे ने
बच्चों कर दो मुझको माफ़
छोड़ घर तुम्हारा
दूर कहीं चला जाऊँगा
उत्पात अब ना कभी करूँगा
बच्चों ने कर दिया उसे माफ़
चूहा चला गया चुपचाप
No comments:
Post a Comment