POEMS BY MANOJ KAYAL
छुट गयी आप की वो अंगुली
पकड़ जिसे चलना सीखा
रह गयी सिर्फ यादें
प्रेरणा बन जीवन मार्ग दर्शाने को
आशीर्वाद ऐसा देना हमें
आपकी दिव्य पुंज से
सुशोभित रहे जीवन हमारा तो
भूल चुक हुई हो तो करना हमें माफ़
अपने श्री चरणों में
करना हमारी श्रद्धा के फूल स्वीकार
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