POEMS BY MANOJ KAYAL
भुलाना चाहो अगर किसीको
दूर जाना चाहो उसके साये से भी
करनी होगी यादों की खिड़कियाँ बंद
दफ़न कर देनी होगी ह़र बात सीने के अन्दर
तभी भूल पावोगे
परछाई से दूर जा पावोगे
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