POEMS BY MANOJ KAYAL
बुलंद है होसले इतने आज
खुदा भी अगर कुछ मांगे आज
पल में निकाल दे दु दिल उसके हाथ
वो भी तो जाने
दिल लगानेवालों का क्या होता है हाल
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