POEMS BY MANOJ KAYAL
दिल फ़िदा तुम पे मर मिटा
तरस रहे नयन तड़प रहा मन
तुम बिन अब चैन कहा
ओ मेरी राह गुजर
ओ मेरी शामे शहर
सुनले तू दिल की वफा
हो गया है ये तुझ पे फ़िदा
आके बाहों में दुनिया भुला जा
आ आजा , आके दिल में समां जा
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