अंगुली आप की छुट गयी
यादें बस पास रह गयी
आप के आशीर्वाद की छत्र छाया में
ह़र अरमान ह़र सपने साकार हो गए
कमी आपकी ह़र पल खलती है
ह़र पल जिन्दगी आपको ही सुमिरन करती है
स्वर्गलोक गमन की इस पुण्य तिथि
आंसुओ से भींगे दो फूल हमारे भी
हे पिता श्री आप अपने श्री चरणों में स्वीकार करो
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