RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Tuesday, March 16, 2010
भोली भाली
दिल हो जिसका काला सूरत हो भोली भाली
सूरत पे उसकी ना जाना यारों
ऐसे लोग नहीं होते खतरे से खाली
पछताना ना पड़े कभी
इसलिए अभी से करलो ऐसे लोगो से दूर किनारी
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