खो गयी जिन्दगी अकेलेपन में कहीं
छुट गयी बचपन की यादें
जिन्दगी की रफ़्तार में कहीं
गुम हो गयी मुस्कराहट कहीं
रह गयी जिन्दगी काँटो में उलझ कहीं
शायद नज़र लग गयी ख़ुशी को कहीं
तभी छुट गया ह़र लहमा कहीं
ओर रह गयी बस आंसुओ में लिपटी
दर्दनाक जिन्दगी की कहानी कहीं
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