RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Monday, March 8, 2010
अपना रंग
ह़र रंगों में है एक रंग अपना
रंगों की दुनिया से ही सजा है दिल अपना
प्रेम रंग है सब का सपना
दुआ करो इस होली मिल जाये कोई रंग अपना
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