POEMS BY MANOJ KAYAL
सोचा है हमने आशिया एक बनायेंगे
तेरे दिल में घर अपना बनायेंगे
इस छोटे से दिल को प्यार की बगिया से मह्कायेंगे
छोटे छोटे सुंदर सपनों से इससे सजायेंगे
प्यार की रोशनी से इससे जगमगायेंगे
तेरे दिल में अपना आशिया बनायेंगे
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