POEMS BY MANOJ KAYAL
दिल कह रहा है
रब सुन रहा है
दुआ कर रहा है
तुम खुश रहो सदा
मन ये कह रहा है
होगी हर दुआ कबूल मेरी
हर जनम होगी तू ही मेरी
हर दुआ में बस तेरा ही नाम है
बिन तेरे जीना दुश्वार है
होती नही कबूल दुआ
जब उसमे शामिल तेरा नाम नही
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