जिया मोहरा लागे नाही
तेरे बिना जीया जाए नाही
ओ मितवा तुम को कैसे बताऊ
हाले दिल कैसे सुनाऊ
साँसे बंधी है तेरी साँसों से
बस एक अजीज है तू ही सबसे
ओ मितवा मेरे मितवा
तू ही बसी है दिल की धडकनों में
जिन्दगी है बस तेरे ही दम से
ओ मितवा जिया तेरे बिना लागे नाही
तेरे बिना जीया जाए नाही
ओ मितवा ओ मेरे मितवा
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