खाब जो आपने देखे शायद वो हम नहीं
गम कोई नहीं जो पल दो पल का ही साथ सही
दिल कहे ऐतबार करूँ कैसे
जो परिचय दिया आपने उसपे यकीं करूँ कैसे
फिर भी वादा जो किया उसे निभायेंगे
एक शाम दोस्ती के नाम कर जायेंगे
फैसला होगा आप का
या तो दोस्त बनाओगे
या सीने में खंजर घोंप जाओगे
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