हे रामा लागी किसकी नजर
टूट गयी मोतिओं की जोड़ी
बिछुड़ गयी हंसो की जोड़ी
हुआ पहले ऐसा कभी नहीं
यूँ लगे लग गयी नजर जमाने की
टूट गयी जंजीर रिश्तो की
बिखर गयी माला फूलों की
डोर प्यार की इतनी कमजोर ना थी
सच लग गयी किसीकी बुरी नजर
छुट गयी अपनेपन की यारी
बिछुड़ गयी जिंदगानी
खत्म हो गयी प्रेम कहनी
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