POEMS BY MANOJ KAYAL
गजल तुम बन जाओ तो गीत हम बन जाए
दोनों जो मिल जाए तो संगीत बन जाए
कुदरत ने दिया है साथ तो क्यों ना सरगम बन जाए
आओ हम तुम मिल इस साज की धुन बन जाए
एक सुन्दर रचना बन एक दूजे की प्रेरणा बन जाए
No comments:
Post a Comment