क्यों हो रही हो खफा यार
बजने दे दिल की गिटार
बुला रही है तुम्हे मेरे दिल की सितार
चली आओ जाने बहार
मौसम भी खुश मिजाज
तेरे संग की मुझको है दरकार
भुला के सारी बात
सुनले प्रेम आलाप
मधुवन में कर रहा हु तेरा इन्तजार
तुम ही हो मेरी जाने बहार
मिलने तुमको नाच रहा है
मयूर मन बार बार
उड़ के चली आ मेरे पास
सुनाऊ तुमको प्यार भरी राग
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