बातें थी ढ़ेरों करनी
किस्से कहानिया थी वया करनी
बतलानी थी वो बात
जिस बात में छुपे थे सारे राज
अहम् थी ये बात
जो बात बतलानी थी आज
हो ना पाई कोई बात
दफ़न हो गई वो राज की बात
रह गई ख्वाइश अधूरी बातों की आज
फिर ना कभी हो पायेगी ये बात
बात जो कहनी थी आज
सिमट गई दुनिया बातों के जंजाल में आए
बंद हो गया सदा के लिए बातों का पिटारा आज
थम गया सिलसिला बातों का इस मुकाम पे आए
खत्म हो गई सारी बातें
अब ना बची कोई बात बतलाने को
सुंदर !!!
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