POEMS BY MANOJ KAYAL
सुन्दरम नयनाभिरामं
कोमलांगम मधुरं
ओ मेरी प्रियतम
खुदा भी कहे तुम हो मन मोहनं
ओ शकुन्तलम प्रियतम
तुम ही हो प्रिय बांधवं
तुम ही सबसे सुन्दरम
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