POEMS BY MANOJ KAYAL
समर भूमि का जो वर्णन आया
सुन के मन रोमांचित हो आया
कैसा रहा होगा वो समर
जब होती थी आर पार की लड़ाई
अस्व पे होके सवार
लेके हाथ भाल और तीर कमान
वीर चल पड़ते थे करने न्योछावर प्राण
सचमुच वो थे योद्धा महान
सुन के वीरो का बलिदान
मन में आए उत्तम विचार
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