Wednesday, November 4, 2009

पाठ

खोली जो किताब चक्कराने लगा सर

देख के पाठ मुख से निकल पड़ा

इतना बड़ा पाठ हो नही सकता मुझसे याद

सुनते ही इतना मास्टरजी बोले

बच्चे जरा खड़े हो जाओ

मुर्गा बन सब को दिखलाओ

जब हो सकते है बेहुदे गाने याद

तो क्यो नही हो सकता पाठ याद

अब तुमको आयगी नानी याद

बनते ही मुर्गा हो जाएगा पाठ याद

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