खोली जो किताब चक्कराने लगा सर
देख के पाठ मुख से निकल पड़ा
इतना बड़ा पाठ हो नही सकता मुझसे याद
सुनते ही इतना मास्टरजी बोले
बच्चे जरा खड़े हो जाओ
मुर्गा बन सब को दिखलाओ
जब हो सकते है बेहुदे गाने याद
तो क्यो नही हो सकता पाठ याद
अब तुमको आयगी नानी याद
बनते ही मुर्गा हो जाएगा पाठ याद
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