RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Monday, November 30, 2009
बहन भाई
बहन भाई का नाता
जनम जन्मान्तर का ये नाता
सबसे पवित्र ये नाता
राखी की डोर से बंधा नाता
टूट नहीं सकता ये नाता
धागे से बंधी है इस रिश्ते की नाल
स्नेह से बंधी है इस रिश्ते की आंच
ऐसा सुंदर है भाई बहन का दुलार
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