POEMS BY MANOJ KAYAL
अक्स तेरा दिल में बनाया था
मोह्बत ये मल्लिका तुझको बनाया था
सपनो के उड़नखटोले से उत्तार दिल में बसाया था
साहिलों में डूब ना जाओ नजरो में समाया था
रेत पे लिखे नाम की तरह ना मिट जाओ
इसलिए तेरा नाम अपने सीने पे खुदवाया था
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