RAAGDEVRAN
POEMS BY MANOJ KAYAL
Friday, November 20, 2009
तेरा मेरा साथ
रोमं रोमं में बसा हैं तेरा ही नाम
इस काया में दिखे तू ही सुबह शाम
नस नस में बनके लहू बहे तेरा ही प्यार
हर धड़कन हर साँसे तेरे ही नाम
हृदय समायी हो बनके मेरी ही पहचान
सात जन्मो तक बना रहे तेरा मेरा साथ
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