POEMS BY MANOJ KAYAL
खोके तुम्हे ये अहसास हुआ
दर्द जुदाई का क्या होता है
ये मुझको अहसास हुआ
बरबस ही दिल रो पड़ता है
तुमको कभी ना भूल सकता है
पास रहे तब कदर ना जानी
छोड़ चले गए तब ये समझ आई
नादानी हमसे हुई
तेरे सच्चे प्यार का पहचान ना सके
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