POEMS BY MANOJ KAYAL
तेरी बाहों का जो सहारा मिला
जीवन को किनारा मिला
तेरी जुल्फों की घटा में ख़ुद को भुला दिया
झील सी सुनहरी आँखों में ख़ुद को डूबा दिया
तेरी आगोस में समां दुनिया को भुला दिया
तेरे प्यार में ख़ुद को पा लिया
तेरा जो सहारा मिला
जीने का बहाना मिला
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