POEMS BY MANOJ KAYAL
उम्मीद की लो जला रखी है
वक्त आएगा
हमें भी गले लगा जाएगा
मंजिल हमें भी नसीब होगी
हर तम्मना पूरी होगी
रूठी किस्मत बदलेगी
तक़दीर एक दिन हमारी भी चमकेगी
विश्वास अभी है बरक़रार
ख़ुद पे हमें है पूरा यकीन
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