POEMS BY MANOJ KAYAL
तेरी जुस्तजू ऐसी लगी
तेरे रंग में रंग गया
लगन ऐसी लगी
मैं तेरा दीवाना हो गया
तू दिल है मैं धड़कन
बिन एक दूजे कुछ नही
हर साँसों में तेरा ही नाम है
बिन तेरे जीना दुस्वार है
ऐ प्यारा सा खाब है
एक मीठी सी खुमार है
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