POEMS BY MANOJ KAYAL
तुने दिल पे दस्तक जो दी
जिया तेरे बिना अब लागे नही
एक एक लहमा लगने लगा एक सदी समान
जिस्मो जा में तेरी ही खुशबू महकी
हर साँसों में तेरी ही जुस्तजू फेली
जूनून तेरा ही जूनून
तेरी चाहत का जूनून
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