कहने को नही आप हमारे साथ
पर दिलो में बसता है आप का प्यार
पंचतत्वों से बने शरीर
पर आप के हम पंच प्यारे
मिलके बने आप के जीवन गीत
साज बिना संगीत अधुरा
बिन पिता जीवन अधुरा
फिर भी है एक आस
पुनः मिलेगा आप का साथ
पुष्पांजलि अर्पण कर रहे
आप के श्री चरणों में हम बच्चे नादान
करलो आप स्वीकार
धरदो हम बच्चो के सर पर
अपना प्यार भरा हाथ
No comments:
Post a Comment