POEMS BY MANOJ KAYAL
गीत नया गायेंगे
साज नया बनायगे
संगीत बन लबों पे चले आयेंगे
काजल बन आँखों में बस जायेंगे
मेहदी बन हाथो में रच जायेंगे
तू कर ले लाख इनकार
फिर भी तुझ को उठा ले जायेंगे
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