POEMS BY MANOJ KAYAL
एक तो नयन कमाल
ऊपर से सुरमे का कमाल
काली काली आँखों की अदा हज़ार
कजरारे नयनो की बतिया बेमिसाल
दिल चाहे इन्हे निहारे बार बार
पर ये ना छोडे नखरो का साथ
सुंदर नयनो की दांस्ता बेमिसाल
इन पे मर मिटने के किस्से हज़ार
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