POEMS BY MANOJ KAYAL
कत्ल तुने प्यार का कर दिया
दिल हमारा लहुलुहान कर दिया
बीच भंवर में हमको दरकिनार कर दिया
डूबने के लिए हमें लहरों के साथ छोड़ दिया
किनारा भी नसीब ना हो
इसलिए विश्वास का खून कर दिया
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