Friday, October 30, 2009

रंग

रंग डारो रंग डारो

दिल को मेरे रंग डारो

अपने प्यार की कुच्ची से रंग डारो

लगने लगे हर नजारे हसीन

दिखने लगे रंगों की महफ़िल

कुछ इस तरह रंग डारो

पलके खुले तो सप्तरंगी घटा नजर आवे

चहु ओर रंगों की बरसा नजर आवे

कुछ इस तरह रंग डारो

मैं तेरे रंगों में रंग जाऊ

तेरे प्यार के रंगों में खो जाऊ

कुछ इस तरह रंग डारो

कोई ओर ना रंग मोहे अच्छा लागे

तेरे प्यार भरे रंगों के आगे हर रंग फीका लागे

रंग डारो रंग डारो

अपने प्यार की कुच्ची से रंग भर डारो

रंग डारो रंग डारो

मेरे दिल को भी रंग डारो

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