चाचा खुशनसीब है हम
जो आप को पिता रूप में पाया
पुण्ये है कोई किया
जो आप के अंगने जनम लिए
गुरुर है अपनी किस्मत पे
आप का अंश कहलाये
स्वाभिमानी आप ने बनाया
स्वालंबी होना हमें सिखलाया
कर्तव्य बोध हमको कराया
प्यार का सबक हमको पढाया
जीवन जीना आप ने सिखलाया
निर्वाण का महत्व हमको समझाया
अब बस दुआ है इतनी सी
आगे भी आप हमारा आप रखो ध्यान
हर जनम बना रहे अपना साथ
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