POEMS BY MANOJ KAYAL
मुश्किल घड़ी पड़ी
याद किया ईश्वर को
संकट जो टला
पल ही दो पल में
भूल गए ईश्वर को
आदत ना बदली
छलना ना छोड़ा ईश्वर को
दो मुहें मानव की नोटंकी के आगे
फिसल जावे ईश्वर हो
मुश्किल घड़ी टलते ही
भूल जावे ईश्वर को
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