POEMS BY MANOJ KAYAL
ओ मेरे माझी रे
चल दूर कहीं अकेले में
प्यार के सागर बहे जहा
दिल की गहरायियो से
ओ मेरे जीवन खेवैया रे
पतवार दिल की थामे रखना रे
ऊँची नीची लहरों पे
डोल ना पावे नैया रे
ओ माझी रे
मेरे माझी रे
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