POEMS BY MANOJ KAYAL
हँसनी ओ मेरी हँसनी
शुक्रिया मेहरबानी
तू जो बनी मेरी परछाई
बजने लगी शहनाई
रंगत लगी निखरने
चंदा भी लगा शर्माने
आ छुपा लू तुझे बाहों में
नजर ना लग जाए
काजल बना सजा लू आँखों में
आ बसा लू तुझे साँसों में
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