POEMS BY MANOJ KAYAL
अक्सर वो सुहाने पल याद आ जाते है
संग गुजारे हसीन पल याद आ जाते है
ओ मिलन की बेकरारी ओ बेताबी
बातों का वो सिलसिला
यादो के झरोके से दिल को छेड़ जाते है
अक्सर वो खुबसूरत रंगों से भरी दिल की किताब
बीते लह्मो से फिर मिलन का मशवरा दे जाती है
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