POEMS BY MANOJ KAYAL
माना आप की अदाओ के हम कायल है
पर ऐ दिल आप की तिरछी नजरो से घायल है
लहू जो बह रहा है दिख नही रहा है
प्यार बन लबों पे आ रहा है
अब इकरार करो या इनकार
ऐ दिल आप पे है कुर्बान
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