POEMS BY MANOJ KAYAL
नया सबेरा नई दुनिया
दरसावे मार्ग नया
जीवन पथ है दुर्गम
मंजिल फिर भी है करीब
संदेश नया है लायी
सपनो को पूर्ण करने को
नई राह प्रसस्त हो आयी
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