POEMS BY MANOJ KAYAL
झटपट सरपट दोडी रेल
चल जल्दी कर , दोड़ लगा
ना पीछे मूड फोरन रेल पकड़
सिटी बजाती , पटरियो पे सरकने लगी रेल
बातें छोड़ , चल जल्दी कर
सफर के इस अभियान को चुन तू
यात्रा के अविस्वर्निये पलो को
जिन्दगी की किताब में कैद करने
चल झट पट जल्दी कर
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