ओ साथी टहरो जरा , सुन लो जरा
फिर ऐ ना कहना हमने पुकारा नही
तुमको रोका नही
ओ साथी टहरो जरा , सुन लो जरा
फिर ऐ ना कहना क्यो सब कुछ भुला दिया
इकरार को इनकार क्यो कह दिया
ओ साथी टहरो जरा , सुन लो जरा
फिर ऐ ना कहना वफ़ा हमने की नही
वादा जो किया वो निभाया नही
ओ साथी टहरो जरा , सुन लो जरा
फिर ऐ ना कहना हमने रोका नही
बात दिल की तुम को बताई नही
ओ साथी टहरो जरा , सुन लो जरा
No comments:
Post a Comment